बिल्व पत्र, रूद्राक्ष बिना भस्म के शिव पूजा अधूरी – लोहनीहल्दूचौड़( नैनीताल )
श्री श्री 1008बाबा केशव दास आश्रम हनुमान मंदिर दुमका बंगर उमापति में चल रहे शिव महापुराण ज्ञान यज्ञ के पंचम दिवस की कथा में व्यास पीठ से व्यास पंडित सतीश चन्द्र लोहनी ने अपनी मधुर वाणी से कहा कि
श्री श्री 1008बाबा केशव दास आश्रम हनुमान मंदिर दुमका बंगर उमापति में चल रहे शिव महापुराण ज्ञान यज्ञ के पंचम दिवस की कथा में व्यास पीठ से व्यास पंडित सतीश चन्द्र लोहनी ने अपनी मधुर वाणी से कहा कि बिना बिल्वपत्र बिना रूद्राक्ष बिना भस्म के शिव पूजा नही करनी चाहिए क्योंकि इनके बिना शिव पूजा सफल नहीं होती है नाम गंगा विभूति यमुना रूद्राक्ष सरस्वती यह त्रिवेणी जिनका कल्याण कर देती है इस लिए भगवान का नाम हमेशा लेना चाहिए माथे पर भस्म तिलक लगाना चाहिए गले में रूद्राक्ष धारण करना चाहिए ये हि शिव का कलियुग में हमें सभी विकारों से रक्षा करते हैं और परम धाम की प्राप्ति का अधिकार प्राप्त करा देते हैं कुछ मत करो इनको धारण करने मात्र से ही कल्याण हो जाता है उन्होंने कहा जैसे भूमि पर जल गिरने पर भूमि गिली हो ही जाती है पानी कैसे ही गिरे जाने अंजाने पर अपना काम कर देता ही है तभी वह जीव का कल्याण कर देते है कथा में यजमान देवी दत्त बमेटा एवं दिनेश चंद्र मिश्रा पूजारी प्रकाश चंद जोशी, हरी दत्त कांडपाल मंदिर समिति के संरक्षक उमेश चन्द्र कबड़वाल, कोषाध्यक्ष खीमानंद तिवारी,आडिटर दयाकिशन बमेटा, कैलाश चंद्र बमेटा, मनोज कोठारी, चंद्र बल्लभ खोलिया, लीलाधर कांडपाल, अशोक दुम्का,कमलेश बमेटा, रमेश चंद्र दुम्का,दयाकिशन कबड़वाल,पूरन चंद भट्ट, कान्ति बल्लभ सुनाल, तेज सिंह मेहरा, पीताम्बर दुम्का, नंदाबलभ कबड़वाल, बद्रीदत्त जोशी, युगल उपाध्याय,गंगा दत्त जोशी, दिनेश चंद्र मिश्रा, दयाकिशन कबड़वाल, उमेश चंद्र उपाध्याय,भुबन चंद्र भट्ट, हरीश चंद्र दुम्का,गोपाल दत्त सुनाल तारा दत्त बमेटा, शुभाष तिवारी, चंद्र शेखर नैनवाल, पूरन कबड़वाल,शेर सिंह, मथुरा दत्त कोठारी, सतीश जोशी,तारा दत्त जोशी,पूरन बमेटा , गिरीश धारयाल,सहित सैकड़ों भक्त जन उपस्थित थे