हरि नाम के कारण हनुमान की सिद्धि का रहस्य रामचरितमानस में वर्णित है। सुमिर पवन सुत पावन नामू। अपने वश करि राखे रामू

हरि नाम के कारण हनुमान की सिद्धि का रहस्य रामचरितमानस में वर्णित है। सुमिर पवन सुत पावन नामू। अपने वश करि राखे रामू

हल्दूचौड़( नैनीताल)

श्री श्री गौर राधा नित्यानंद प्रभु पाद आश्रम गौ धाम में हनुमान जन्मोत्सव पर 16 सौ भक्तों द्वारा हरि नाम की 64 माला का जाप करते हुए सभी भक्तों ने हरे कृष्णा का नाम जपते हुए कुल 17,69,47,200 नाम जप कर पूरा वातावरण भक्ति में हो गया ।

              यहां हल्दूचौड़ गौ धाम स्थित श्री श्री गऊ राधा नित्यानंद प्रभु पाद आश्रम में हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर एक दिवसीय हरे कृष्णा का नाम जपते हुए श्री राम, माता जानकी की कृपा से हरि नाम में रूचि बढ़ाने एवं हनुमान की कृपा प्राप्ति के लिए हनुमान द्वारा अपने प्राणों से प्रिय हरि नाम महामंत्र ” हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।” 1 करोड़ महामंत्र तथा 16 करोड़ भगवान के नाम करने का हनुमान की कृपा से प्रेरणा हुई है।

इसलिए 16 सौ भक्तों में प्रत्येक भक्त को कम से कम एक भक्त को 64 माला का जाप करने से प्रति भक्त कुल (6,912 मंत्र का जाप हो जाता है जिससे इसमें एक लाख नाम जपा करने से 1,10,59,200 मंत्र x 16 नाम = 17,69,47,200 नामों का जाप होगा इस दौरान गोदाम के संस्थापक रामेश्वर दास ने सभी लोगों से हरि नाम जब के जाने का आह्वान किया है ।

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