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नैनीताल दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज जाने विस्तार से …..
लालकुआं।
नैनीताल दुग्ध संघ के अध्यक्ष व उत्तराखंड डेयरी फैडरेशन के प्रशासक मुकेश बोरा के खिलाफ नौकरी देने के नाम पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने पीड़ित महिला का मेडिकल कराने के बाद विवेचना शुरू कर दी है। मामला पूरे दिन क्षेत्र में चर्चाओं का विषय बना रहा।
शनिवार को नैनीताल दुग्ध संघ लालकुआं में ठेकेदार के अधीन कार्यरत महिला कर्मचारी ने कोतवाली में दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा के खिलाफ दुष्कर्म की तहरीर दी थी। पीड़िता का आरोप है कि मुकेश बोरा द्वारा नियमित नौकरी देने के नाम पर 2021 से अब तक कई बार जबरन दुष्कर्म किया। विरोध करने पर आरोपित द्वारा नौकरी से निकालने, जान से मारने व उसकी अश्लील वीडियो सोसल मीडिया में वायरल करने की धमकी दी। जिसके बाद रविवार को पुलिस क्षेत्राधिकारी संगीता द्वारा पीड़िता के बयान लेने के साथ ही प्राथमिक जांच के बाद मुकेश बोरा के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर दिया है। जिसके बाद महिला का हल्द्वानी चिकित्सालय में मेडिकल कराकर विवेचना शुरू कर दी है। पुलिस क्षेत्राधिकारी संगीता ने कहा कि महिला द्वारा तहरीर दी गई है। बयान के बाद मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। घटना पुरानी है लिहाजा विवेचना के बाद आरोपित की गिरफ्तारी की जाएगी। इधर मामला हाई प्रोफाइल होने के चलते मामला पूरे दिन क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।
यूसीडीएफ के प्रशासक पद से हटे मुकेश बोरा
लालकुआं।
मुकदमा दर्ज होने के बाद निबंधक दुग्ध सहकारी समितियां उत्तराखण्ड संजय कुमार ने आदेश जारी करते हुए यू सी डी एफ के प्रशासक मुकेश बोरा को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है, उत्तराखंड प्रबन्ध कमेटी का पुनर्गठन होने तक समिति के कार्यकलापों का प्रबन्ध करने के लिए निदेशक, डेरी विकास उत्तराखण्ड, को यू सी डी एफ का प्रशासक नियुक्त किया है।
इन वजहों से भी विवादों में रहा बोरा का कार्यकाल
लालकुआं ।
■ हजारों लीटर अधोमानक दूध खरीदने का मामला सामने आया था।
■ राजस्थान से एक ही टैंकर से तीन दिन लगातार दूध आने का मामला सामने आया था।
■ एजीएम के लिए पश्मीना रजाई और कंबल खरीदे गए। इसकी जांच में घोटाला सामने आया।
बिना टेंडर के लाखों की खरीद का मामला भी सामने आया था।
■ साढ़े पांच साल के कार्यकाल में पांच जीएम बदलना बना था चर्चा का विषय ।
नैनीताल दुग्ध संघ ने पहली बार आठ करोड़ की बैंक से लिमिट बनाकर पैसा कर्ज लिया।
दूध ढुलाई में लगे वाहनों के भाड़े में बेतहाशा वृद्धि करने का आरोप लगा था।
रिश्तेदारों को दुग्ध संघ में लगाने का लगा आरोप।
मैन पावर के ठेके अपने लोगों को देने के लगे आरोप।