शूर्पणखा का दमदार अभिनय और खरदूषण बध की लीला बनी आकर्षण का केंद्र।

शूर्पणखा का दमदार अभिनय और खरदूषण बध की लीला बनी आकर्षण का केंद्र।

हल्दूचौड़( नैनीताल)

रामलीला मंचन में सोमवार को लीला मंचन दृश्य बेहद खास रहा। मंच पर जब शूर्पणखा का प्रसंग आया तो पूरा पंडाल उत्साह से भर उठा। शूर्पणखा की भूमिका निभा रहे युवा कलाकार अमन बिष्ट ने अपनी प्रभावशाली अदाकारी, भाव-भंगिमा और दमदार संवादों से दर्शकों का दिल जीत लिया। उनके अभिनय को देख दर्शक तालियों की गड़गड़ाहट से पंडाल गुंजायमान करते रहे। इसके बाद मंच पर खर दूषण बध की लीला का सजीव मंचन हुआ। खर दूषण के पात्र श्यामू सनवाल और ललित कबडवाल ने बेहतरीन अभिनय किया युद्ध के दृश्य, तलवार बाजी और संवादों की अदायगी इतनी प्रभावशाली रही कि क्षणभर के लिए लगा मानो असली रणभूमि ही जीवंत हो उठी हो। दर्शक मंत्रमुग्ध होकर लीला का आनंद लेते रहे। प्रभु श्रीराम और लक्ष्मण द्वारा राक्षसों का वध का दृश्य इतना रोमांचक रहा कि बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक तालियां बजाते हुए जयकारे लगाने लगे।

रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों ने द्वारा कलाकारों की मेहनत और लगन से इस वर्ष की रामलीला का हर प्रसंग अधिक रोचक और जीवंत हो रहा। आने वाले दिनों में स्वर्ण मृग प्रसंग, सीता हरण और  लंका दहन  जैसे लोकप्रिय मंचन दर्शकों को देखने को मिलेंगे।

दर्शकों का कहना है कि इस बार की रामलीला केवल धार्मिक आस्था का मंच नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और कलात्मक प्रस्तुति का अद्भुत संगम बन चुकी है।

यहां कमेटी के अध्यक्ष कैलाश दुम्का के अलावा संरक्षक मंडल के  उमेश कबड़वाल,इंदर सिंह बिष्ट, उमेश शर्मा , हेमवती नंदन दुर्गापाल, भुवन पंवार, दयाकिशन कबड्वाल, प्रधान निर्मला जग्गी पंवार, भाजपा नेता दीपेंद्र कोश्यारी, गौरव पाण्डे,हरीश सिंह बिष्ट, दया किशन कबड़वाल, दयाकिशन बमेटा, विनोद लोहानी, कमलेश बमेटा, त्रिलोचन कबडाल, लीलाधर भट्ट, योगेश दुम्का, जसबीर उत्तराखंडी, देवेंद्र गुणवंत, दया बमेटा , कैलाश बमेटा, चन्द्र बल्लभ खोलिया, महेंद्र सिंह  सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे ।

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