द अवैध वसूली का आरोप, कोतवाल ने की एस डी एम के आदेशों की अवहेलना
हल्दूचौड( नैनीताल )।
गन्ना सेंटर पर अवैध रूप से दीपावली के अवसर पर पटाखा व्यापारियों से जबरन वसूली का विवाद एक बार फिर सुर्खियों में है। व इसके बदले आतिशबाजी विक्रेताओं से जबरन वसूली की जा रही है।
यह यहां पहली बार नहीं है जब त्योहारों पर एक मंडल के पदाधिकारियों द्वारा विभिन्न स्थानों पर अस्थायी बाजार लगाने के नाम पर व्यापारियों से अवैध धन उगाही का मामला सामने आ चुका है। व्यापारियों का कहना है कि इस तरह की अवैध गतिविधियों से व्यापारियों को परेशान किया है, और प्रशासनिक आदेशों के बावजूद इस प्रवृत्ति में कोई कमी नहीं आई है। वही माननीय के दबाव में कोतवाल ने की एस डी एम के आदेशों की अवहेलना है।
इस बार विवादित स्थल वन विभाग की भूमि होने के कारण मामला और भी गंभीर हो गया है। एसडीएम ने पहले ही इस भूमि पर किसी भी प्रकार के अतिक्रमण को हटाने का आदेश दिया था, लेकिन बावजूद इसके, द मंडल के पदाधिकारियों द्वारा अवैध तरीके से पटाखा बाजार लगाने की तैयारी की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि बिष्ट और उनके सहयोगी बिना किसी प्रशासनिक या वन विभाग की अनुमति के टेंट लगाकर दुकानें संचालित करने की कोशिश कर रहे हैं, और विक्रेताओं से मनमानी राशि वसूल रहे हैं।
स्थानीय व्यापारियों और निवासियों का कहना है कि पूर्व के प्रकरणों में भी प्रशासनिक सख्ती न होने के कारण मंडल का दबदबा लगातार बढ़ता गया है। अब इस मामले में कई व्यापारियों ने खुलकर विरोध करना शुरू कर दिया है। गौलापार में इस अवैध वसूली और अतिक्रमण के खिलाफ प्रदर्शन भी हुआ, जिसमें व्यापारियों ने मांग की कि वन भूमि पर इस तरह की अवैध वसूली की .गतिविधियों को रोका जाए और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
इस मामले में मंडल के पदाधिकारियों के अलावा, उन प्रभावशाली लोगों पर भी सवाल उठ रहे हैं, जिन्होंने पूर्व में बहुचर्चित गोलीकांड के दौरान विवादास्पद भूमिका निभाई थी। उनका समर्थन हासिल कर मंडल अवैध वसूली की अपनी गतिविधियों को बढ़ाने में लगा हुआ है। स्थानीय लोग और व्यापारियों ने प्रशासन से अपील की है कि वे इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम के आदेशों का सख्ती से पालन करवाएं और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करें।