योग द्वारा असाध्य रोगों का बहुत सा सस्ता व सरल उपचार सम्भव है ……. जानें क्या है पूरा मामला…….   योग शिविरों में रोगियों को मिल रहे हैं चमत्कारिक लाभ: – दीपक देव

योग द्वारा असाध्य रोगों का बहुत सा सस्ता व सरल उपचार सम्भव है ……. जानें क्या है पूरा मामला…….   योग शिविरों में रोगियों को मिल रहे हैं चमत्कारिक लाभ: – दीपक देव

मदन जलाल मधुकर

किच्छा(उधम सिंह नगर) ।

नियमित रूप से विधिपूर्वक योग की क्रियाएं जैसे प्राणायाम और योगासन करने से असाध्य व गम्भीर माने जाने वाली बीमारियों। का भी बहुत सा सस्ता व सरल उपचार सम्भव है। गम्भीर रोगियों को योग कराने से आज हर तरफ चमत्कारिक लाभ देखे जा सकते हैं। यह बात आज यहां किच्छा के समीप बरा में आयोजित एक योग शिविर को सम्बोधित करते हुए योग प्रशिक्षक दीपक देव ने कही ।

                   श्री देव ने कहा कि योग कोई शौकिया चीज नहीं बल्कि दैनिक दिन चर्या का अभिन्न हिस्सा है। नियम पूर्वक और नियमित योग करने से ही इसके शत-प्रतिशत परिणाम प्राप्त किये जा सकते हैं। उन्होंने शिविर में उपस्थित लोगों से अपील करते हुए कहा कि जो लोग स्वस्थ हैं और नित्य योग करते हैं तो हर छोटी – बड़ी बीमारियों से सदैव मुक्त रहकर खुशहाल जीवन जी सकते हैं । इसके विपरीत जो लोग किसी भी बीमारी से ग्रसित हैं, वे योग, प्राणायाम और योगासनों के जरिए हर बीमारी से मुक्ति पा सकते हैं। दीपक देव ने कहा कि आज करोड़ों लोग योग और योगासनों के साथ- साथ आयुर्वेदिक औषधियों के जरिए स्वयं को निरोग करने वाले योग अभियानों से जुड़ रहे हैं।

बता दें कि किच्छा के समीप बरा में आयोजित योग शिविर में उपचारार्थ पहुंचे गम्भीर रोगियों से रूबरू होने का मौका मिला । इस संवाददाता के साथ रोगियों ने जो अपने अनुभव साझा किये, सच मुच अविश्वसनीय लेकिन सच थे।

शिविर में दर्जन भर से अधिक लोगों ने बताया कि वे लम्बे समय से जगह-जगह उपचार कराते रहे और काफी रुपए उपचार, जांच आदि में बर्बाद करते रहे , परन्तु हर जगह उनको निराशा ही हाथ लगी। अलग – अलग रोगों से लगभग ठीक हो चुके ऐसे लोगों ने बताया कि मात्र 15 से 30 दिन नियमित योग करने से आज वे बिना किसी आर्थिक दबाव के काफी स्वस्थ हैं। ऐसे लोगों में साइटिका रोगी ज्योति चन्द, साइटिका रोगी मनोज कालाकोटी, जिनका लम्बे समय से बरेली से उपचार चल रहा था, गाइनो से पीड़ित गंगोत्री देवी तथा गाइनो रोगी रंजना कात्रा, डौली मेहता , सर्वाइकल रोगी कमलेश दानू, अर्थराइटिस से पीड़ित शबनम खान आदि प्रमुख थे। योग से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर चुके उक्त सभी लोगों ने बताया कि लम्बे उपचार के बाद आखिरकार डॉक्टर उनको ऑपरेशन की सलाह दे रहे थे, लेकिन योग उनके लिए वरदान साबित हुआ। कुल मिलाकर योग प्रशिक्षक दीपक देव द्वारा तराई भाभर से लेकर कुमाऊं के पर्वतीय सुदूर ग्रामीण  अंचलों में योग , आयुर्वेद एवं नेचुरोपैथी के माध्यम से लोगों को निरोग रखने का अभियान लगातार चलाया जा रहा है, जहां जरूरत मंद लोग स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करते आ रहे हैं। विद्यालयों, आयुष्मान आरोग्य मन्दिरों, अस्पताल परिसरों तथा सरकारी परिसरों में भी योग शिविर लगाए जा रहे हैं, जिनमें बच्चों और महिलाओ की अच्छी भागीदारी  देखी जा रही है।

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