एवर ग्रीन के छटे वार्षिक उत्सव में संस्कृति आत्म विश्वास ही नही आत्म निर्भरता बढ़ाती है। … अजय भट्ट

हल्दूचौड़( नैनीताल )एवर ग्रीन सीनियर सेकेंडरी स्कूल, बेरी पड़ाव में वार्षिक उत्सव “संस्कृति” का आयोजन बड़े धूमधाम से मनाया गया, जिसमें विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इस वार्षिक उत्सव में कार्यक्रम की थीम वसुधैव कुटुंबकम् के अनुरूप छात्र-छात्राओं द्वारा देश के सभी राज्यों की संस्कृति को दर्शाते हुए कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। विद्यालय के इस वार्षिक समारोह के मुख्य अतिथि माननीय अजय भट्ट, रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री, भारत सरकार ने कहा कि बच्चों में संस्कृति विश्वास ही नही आत्म निर्भरता बढ़ाती है। 

                                   यहां एवर ग्रीन सीनियर सेकेंडरी स्कूल, बेरी पड़ाव के छटे वार्षिक उत्सव “संस्कृति” का आयोजन बड़े धूमधाम से मनाया गया, जिसमें विद्यालय के छात्र-छात्रा तमाम रंगारंग देकर लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया इस वार्षिक उत्सव वार्षिकोत्सव का शुभारम्भ दीप प्रज्वलित एवं गुरू एवं सरस्वती पूजन के साथ किया गया। विद्यालय के प्रधानाचार्य मोहन सिंह परवाल एवं विद्यालय के चेयरमैन एल.डी. पाठक ने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं अन्य सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। एनसीसी कैडेट्स द्वारा उन्हें गॉड ऑफ ऑनर दिया गया। वार्षिक उत्सव का मुख्य आकर्षण वसुधैव कुटुंबकम्, महाभारतकालीन एवं हमारी देवभूमि की कौतिक सभ्यता थी। इस रंगारंग कार्यक्रम में हल्द्वानी शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्य एवं प्रबंधक भी मौजूद रहे और इस अद्भुत कार्यक्रम के साक्षी बने इस रंगारंग कार्यक्रम की अद्भुत शाम को देखने के लिए छात्र-छात्राओं के अभिभावकों सहित सैकड़ों दर्शक दर्शक दीर्घा में मौजूद रहे और जोरदार तालियां बटोरीं। छात्रों का हौसला बढ़ाते दिखे वार्षिक समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार के रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री माननीय अजय भट्ट ने अपने सम्बोधन में विद्यालय के सभी नन्हें कलाकारों के इस शानदार प्रदर्शन के पीछे विद्यालय प्रबंधन एवं शिक्षकों के योगदान की सराहना की। और छात्रों की मेहनत सभी विद्यार्थियों की सराहना की एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि भारत की संस्कृति अदभुद के साथ विश्व की धरोहर भी है जिसे विदेशों में अपनाया जा रहा है उन्होने कहा कि सुमति होगी तो संस्कृति स्वयं आ जाएगी साथ कहा कि पुत्र कुपुत्र हो सकता कभी माता कुमाता नही हो सकती है बच्चों को आत्म निर्भर ही आत्म विश्वास कराना गुरुजन  ही नहीं माता पिता की भी अहम भूमिका होनी चाहिए उन्होंने कहा कि शिक्षा की पहली सीढ़ी उसका घर एवं माता-पिता होते हैं इस दौरान मुख्य रूप से महामंडलेश्वर सोमेश्वर यति महाराज, प्रधानाचार्य मोहन सिंह परवाल एवं विद्यालय के चेयरमैन एल.डी. पाठक, पी एस ए अध्यक्ष कैलाश भगत, प्रधान संगठन की प्रदेश सचिव सीमा पाठक, प्रवीन कुमार रौतेला प्रबंधक सिंथिया स्कूल, श्रीष पाठक प्रबंधक चिल्ड्रन अकैडमी, सौरभ पंत प्रबंधन एच सी एम, गौरव पाठक, सौरभ पाठक, उमा शंकर जोशी प्रबंधक इंद्रा अकैडमी, बसंत पाण्डे प्रबंधक भारतीय वीर सैनिक स्कूल, पूर्व प्रधान चंद्र शेखर पंत,उपस्थित रहे।

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