मानव जीवन मां देवी का दिया उपहार है इसे हर कीमत में वापस करना होता है – सोमेश्वर यति महाराज
हल्दूचौड़ । शरदीय नवरात्र में क्षेत्र के तमाम मंदिरों में श्रीमद देवी भागवत कथा का आयोजन चल रहा है इसी क्रम में महिलाओं ने पारंपरिक परिधानों में भव्य कलश यात्रा के साथ ही मंदिरों पूर्जा अर्चना के साथ ही मां की अराधना हेतु झोड़े चाचरी की गई वही अष्टा दश भुजा महालक्ष्मी मंदिर में प्रवचन करते हुए मंदिर व्यवस्थापक एवं वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी सोमेश्वर यति महाराज ने कहा कि मनुष्य जीवन मां का दिया उपहार है इसे हर मनुष्य को वापस करना होता है ।
यहां यह बात शरदीय नवरात्र के प्रथम दिन अष्टा दस भुजा महालक्ष्मी मंदिर में चल रहे श्रीमद् देवी भागवत कथा के दौरान उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी सोमेश्वर यदि
महाराज ने कहा कि मानव जीवन मां देवी का दिया हुआ एक ऐसा उपहार है इसे हर मनुष्य को वापस करना होता है उन्होंने कहा कि मां के चरणों में ही मनुष्य का उपकार है श्री सोमेश्वर यति महाराज ने कहा कि देवी पूजन शक्ति का पूजन कथा मनन और आध्यात्मिक में केवल मनुष्य ही ली नहीं रहते हैं बल्कि ब्रह्मा विष्णु महेश आदि देवी शक्ति रुपी माता का पूजन करते हैं शक्ति निराकार और सरकार दोनों रूपों में है निराकार होकर वहीं शक्ति सूर्य में प्रकाश अग्नि में दाहक प्रकृति में उत्पादक और शरीर में क्रांति क्षमा दया के रूप में विद्यमान रहती है भक्त जब उसका स्मरण करता है तो वही शक्ति अष्टा दश भुजा मां लक्ष्मी आदि रूप में सरकार हो जाती है देवी साकार और निराकार दोनों रूपों में विद्यमान है इसके अलावा कालिका मंदिर जग्गी बंगर में भी देवी भागवत चल रहा है वही दौलिया एक स्थित कालिका मंदिर में भी देवी भागवत पुराण ज्ञान यज्ञ चल रहा है इस दौरान तमाम लोगों ने कथा में उपस्थित होकर इसका श्रवण किया ।