आंचलिक बोलियों का सम्मान एवं संरक्षण जरूरी : – डा. हिमांशु
हल्दूचौड़( नैनीताल)
शिक्षा विभाग द्वारा पूरे प्रदेश में ग्रीष्म कालीन अवकाश के दौरान समर कैम्प का आयोजन के तहत। पी एम श्री अटल उत्कृष्ट राजकीय इण्टर कॉलेज हल्दूचौड़ में आयोजित समर कैम्प के शुभांरभ पर मुख्य वक्ता के रूप में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस बालक आवासीय छात्रावास के अधीक्षक डा. हिमांशु पांडे ने बच्चों से अपनी आंचलिक बोली भाषाओं पर गर्व करने हेतु प्रेरित करते हुए कुमाऊनी गढ़वाली बोलियां अपने में समृद्ध परम्परा का प्रतीक हैं।
सरकार द्वारा विशेष रूप से भाषाई विकास को केंद्र में रखते हुए संस्कृत सहित कुमाऊनी एवं गढ़वाली बोलने के इस अवसर पर सभी ने सरकार के इन रचनात्मक प्रयासों की सराहना की। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य गनपत सिंह सेंगर से इस प्रकार के आयोजनों में अधिक से अधिक बच्चों के प्रतिभाग हेतु आह्वान किया। कार्यक्रम का संचालन हिन्दी की विभागाध्यक्ष सरस्वती बृजवाल द्वारा किया गया, जबकि रिसोर्स पर्सन के रूप में हिन्दी साहित्य की वरिष्ठ शिक्षिका सीमा जोशी एवं सहयोगी के रूप मे शिक्षक सतीश कुमार द्वारा योगदान दिया जा रहा है। भाषा को समर्पित इस विशेष समर कैम्प में हल्दूचौड़ इण्टर कॉलेज सहित नेताजी सुभाष चंद्र बोस बालक आवासीय छात्रावास के बच्चों तथा स्काउट गाइड द्वारा प्रतिभाग किया । पी एम श्री अटल उत्कृष्ट राजकीय इण्टर कॉलेज हल्दूचौड़ में शिविर का शुभारंभ कुमाऊनी में सरस्वती वंदना के साथ भव्य रंगारंग स्वरूप में हुआ। प्रधानाचार्य गणपत सिंह सेंगर ने सभी का उत्साहवर्धन किया। शिविर प्रभारी साहित्यकार शिक्षिका सरस्वती बृजवाल एवं साहित्यिक प्रतिभा की धनी एवं रेंजर के रूप में राष्ट्रपति पुरूस्कार से सम्मानित शिक्षिका सीमा जोशी के मधुर स्वरों के साथ रंगकर्मी शिक्षक एवं नेताजी सुभाष चन्द्र बोस छात्रावास के अधीक्षक पं. हिमांशु पांडे द्वारा बच्चों के साथ हार्मोनियम में संगत दी रंगारंग कार्यक्रम में लोकगीतों की प्रस्तुति विशेष आकर्षण का केंद्र रही। बच्चों द्वारा सप्ताह भर में तैयार क्राफ्ट की प्रदर्शनी भी लगायी जाएगी। ग्रीष्म कालीन अवकाश समर कैम्प में पी एम श्री अटल उत्कृष्ट राजकीय इण्टर कॉलेज हल्दूचौड़ में बच्चों ने आंचलिक बोली भाषाओं पर चर्चा गर्व करने हेतु प्रेरित करते हुए कुमाऊनी गढ़वाली बोलियां अपने में समृद्ध परम्परा का प्रतीक हैं।
