रामपुर रोड से सटे हरिपुर जमन सिंह गांव के खेत में मिले थे गुलदार के शावक, नहीं ली सुध, भूख से मर गए शावक,….. जाने क्या है पूरा मामला …..24 घंटे तमाशबीन बना रहा वन विभाग
हल्द्वानी( नैनीताल )।
रामपुर रोड से सटे हरिपुर जमन सिंह गांव में सोमवार को मिले गुलदार के दो शावकों ने मंगलवार को दम तोड़ दिया है। 24 घंटे तक शावक भूखे-प्यासे रहे। वन विभाग शावकों की मां के लौटने के इंतजार में तमाशबीन बना रहा। दोनों शवों का पोस्टमार्टम कर बिसरा जांच के लिए बरेली लैब भेजा गया है। वहीं, शावकों की मौत से अब गुलदार के हमलावर होने की आशंका है। घटना से विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।
तराई केंद्रीय वन प्रभाग के अंतर्गत हरिपुर जमन सिंह निवासी मनोहर चंद्र बड़शिलिया को खेत के पास गुलदार दिखा था। घर के आसपास गुलदार
का मूवमेंट न हो, इसके लिए उन्होंने सोमवार सुबह अपनी पत्नी के साथ खेत के आसपास की झाड़ियां काट डालीं। इसी दौरान उनको एक खेत के किनारे दुबके गुलदार के दो शावक दिखाई दिए। वन विभाग ने शावकों
की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मौके पर कैमरा ट्रैप लगा दिए थे। रातभर सिर्फ मानिटरिंग की गई। विभाग की निगरानी के बीच शावकों ने मां के इंतजार में दम तोड़ दिया। वे भूखे रहे, लेकिन वन विभाग ने भूख की सुध नहीं ली। मंगलवार सुबह वन विभाग में तैनात पशु चिकित्सक ने शावकों का पोस्टमार्टम कर बिसरा जांच के लिए भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आइवीआरआइ) बरेली भेज दिया है।
हरिपुर जमन सिंह गांव में सोमवार को मिले गुलदार के शावकों की मंगलवार को मौत हो गई
हल्द्वानी( नैनीताल)
शावकों की निगरानी की जा रही थी। 24 घंटे तक उनकी मां नहीं आई। शावकों की मौत हो चुकी है। कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चलेगा। शावक एक-दो दिन के ही थे।
यूसी तिवारी, डीएफओ तराई केंद्रीय वन प्रभाग