फर्जी सीबीआई अधिकारियों ने बुजुर्ग को पांच दिन डिजिटल अरेस्ट कर लाखों ठगे…… जानें क्या है पूरा मामला ……. पुलिस ने दो को जेल भेजा बुजुर्ग को मनी लॉन्ड्रिंग केस में संलिप्त बताकर ठगी को दिया अंजाम ।

फर्जी सीबीआई अधिकारियों ने बुजुर्ग को पांच दिन डिजिटल अरेस्ट कर लाखों ठगे…… जानें क्या है पूरा मामला ……. पुलिस ने दो को जेल भेजा बुजुर्ग को मनी लॉन्ड्रिंग केस में संलिप्त बताकर ठगी को दिया अंजाम ।

अल्मोड़ा। 

फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर अल्मोड़ा के एक बुर्जुग को पांच दिनों तक डिजिटल अरेस्ट कर सात लाख से अधिक की ठगी के मामले में पुलिस और साइबर टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने दो आरोपियों को खरगौन (मध्य प्रदेश) से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में मध्य प्रदेश निवासी संतोष गुर्जर और कपिल सोनी है। आरोपियों ने फर्जी सीबीआई ऑफिसर बन बुजुर्ग को मनी लॉन्ड्रिंग केस में संलिप्त बताकर ठगी को अंजान दिया था। पुलिस दोनों ठगो को न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पींचा ने बृहस्पतिवार को पुलिस कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लमगड़ा क्षेत्र निवासी जीवन सिंह मेहता ने 21 फरवरी को तहरीर दी। बताया कि

अज्ञात ठगो ने 13 जनवरी 25 से 17 जनवरी तक डिजिटल अरेस्ट कर मनी लॉन्ड्रिंग केस में संलिप्त होने का डर दिखाकर उनसे 7.20 लाख रुपये हड़प लिए हैं। इस पर लमगड़ा थाने में केस  पंजीकृत किया गया। एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधितों को निर्देशित कर पुलिस टीम का गठन किया। साइबर ठगी के गिरोह को दबोचने के लिए आवश्यक कार्रवाई शुरु की। एसएसपी ने गठित पुलिस टीम को समय-समय पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा रहे थे। लमगड़ा थानाध्यक्ष राहुल राठी और  एसओजी प्रभारी भुवन जोशी के नेतृत्व में गठित थाना लमगड़ा और एसओजी की संयुक्त पुलिस टीम ने सुरागरसी पतारसी की गई।। साईबर सेल प्रभारी कुमकुम धानिक के नेतृत्व में साइबर टीम ने गिरोह के बारे में आवश्यक जानकारी जुटाई गई। दोनों टीमों के संयुक्त प्रयास से 21 अप्रैल को बुजुर्ग व्यक्ति को डिजिटल अरेस्ट करने वाले गिरोह के संतोष गुर्जर (31) पुत्र कालूजी गुर्जर, निवासी बावड़ीखेड़ा, थाना बडवाह जिला खरगौन मध्य प्रदेश, कपिल सोनी 

(49) पुत्र प्रेम सूरज सोनी निवासी 611 क आचार्य विनोबा भावे वार्ड-15 थाना व जिला खरगौन मध्य प्रदेश को 1200  किमी दूर खरगौन मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया।

बृहस्पतिवार को पुलिस ने दोनों ठगो को न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।

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एसएसपी ने पुलिस टीम को दस हजार का दिया इनाम

अल्मोड़ा। 

एसएसपी  देवेंद्र पींचा ने पुलिस टीम को दस हजार रुपये के नकद इनाम से पुरस्कृत किया। पुलिस टीम में लमगड़ा थाना अंतर्गत जैंती चौकी प्रभारी दिनेश परिहार, एसओजी अल्मोड़ा कांस्टेबल परवेज अली के अलावा साइबर टीम अल्मोड़ा शामिल है।

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ऐसे किया था डिजिटल अरेस्ट 

अल्मोड़ा। 

13 जनवरी को लमगड़ा क्षेत्र के बुजुर्ग जीवन सिंह मेहता को एक अज्ञात वीडियो कॉल आई। कॉलर ने सीबीआई ऑफिसर बनकर बुजुर्ग को मनी लॉन्ड्रिंग केस के खाते में उनका आधार पैन कार्ड लगा होने और संलिप्ता का डर दिखाया। बताया कि उन्हें डिजिटल अरेस्ट किया गया है। बुजुर्ग को डराधमकाकर लगातार वीडियो कॉल पर पर जुड़े रहने को कहा गया। इसके बारे में परिवार में किसी को भी या अन्य को नहीं  बताने को कहा। फर्जी अधिकारी ने कहा कि उनका एकाउंट वैरिफाई करना है। कुछ पैसा जो खाते हम बताते है उनमें डालें। आपका वैरिफिकेशन किया जा रहा है, जो आपको बाद में वापस हो  जाएगा। आप हमारे साथ कॉपरेट करें अन्यथा आपको गिरफ्तार किया जाएगा। एनकाउंटर भी हो सकता है। यह बहुत बड़ा मामला है। धमकी मिलने पर बुजुर्ग ने तीन किस्तों में 7,20,000 रुपये साइबर ठगों के बताए गए खातों में भेजे गए। 

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ऐसे हुआ साइबर ठगी का अहसास

अल्मोड़ा। 

जब बुजुर्ग ने और अधिक रुपये न होने पर असमर्थता जतायी तो, साइबर ठगों ने कहा कि कोई बात नही हम जांच कर रहे है। फिर आपके पैसे वापस आ जाएंगे। काफी दिनों बाद पैसे वापस नहीं आए। संपर्क करने पर ठगों के संपर्क नंबर ऑफ आ रहे थे। करीब एक माह बाद  21 फरवरी 2025 को वादी जीवन सिंह मेहता ने लमगड़ा थाने पर तहरीर दी। जिस पर थाना लमगड़ा में तत्काल धारा 318(4)/61(2)बीएनएस के तहत केस दर्ज किया गया।

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1200 किमी दूर बैठकर ठगों ने बुजुर्ग को बनाया साइबर ठगी का शिकार

लुभावने व मुनाफे का आफर देकर मेहनत की कमाई पर लगा रहे सेंध ।

अल्मोड़ा। 

साइबर ठगों का बढ़ता मकड़जाल नासूर बनता जा रहा है। साइबर ठग नए-नए तरीकों से भोले भाले लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। ठग लुभावने व मुनाफे का आफर देकर लोगों की वर्षों की कमाई पर सेंध लगा रहे हैं।

दरअसल पहाड़ के लोग सीधे-साधे होते हैं। पलायन के चलते कई बुर्जुग अकेले रहते हैं। साइबर ठग लोगों को लुभावने आफर देने और बच्चो चोर गिरोह, बैंक धोखाधड़ी का आरोपी बताकर धमकाते हैं। उन्हें डिजिटल अरेस्ट का भय दिखाते हैं। फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर अल्मोड़ा के एक बुर्जुग को पांच दिनों तक डिजिटल अरेस्ट कर सात लाख से अधिक की ठगी को अंजाम देने वाले संतोष गुर्जर और कपिल सोना काफी शातिर  किस्म के हैं। 1200 किमी दूर  मध्य प्रदेश के खरगौन में बैठकर उन्होंने अल्मोड़ा के एक बुर्जुग को साइबर ठगी का शिकार बनाया। पुलिस साइबर ठगी गिरोह की चेन के बारे में पता लगाकर गिरोह के अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार करने के प्रयास में जुटी है। एसएसपी ने बताया कि इस गिरोह के अन्य संलिप्तों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। साइबर ठगी गिरोह की चेन का पता लगाकर गिरफ्तार करने के प्रयास जारी है।

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बढ़े रहे हैं साइबर ठगी के मामले 

अल्मोड़ा।

 नगर को पोखरखाली निवासी 80 वर्षीय पूरन चंद्र जोशी को डिजिटल अरेस्ट कर साइबर ठगों ने उनके और उनकी बहन से 65 लाख रुपये की ठगी की। ठगो ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए पूरन चंद्र जोशी से कहा कि उनकी आईडी बच्चों का अपरहरण करने वाले गिरोह से जुई हुई है। बहन के बारे में भी पूरी जानकारी लेकर उनके बच्चों को भी जेल भेजने की धमकी देकर अलग-अलग किश्तों में 65 लाख की रकम ऐंठ ली।  जबकि इससे पहले रानीखेत की एक शिक्षिका को भी साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट कर ठगी का शिकार बनाया था।

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इस तरह से हो रही साइबर ठगी

– कुरियर में ड्रग्स होने की बात कहकर

– डिजीटल अरेस्ट

– परिचित बनकर

– फर्जी मुकदमे में फंसाने का डर

– आवाज बदलकर ठगी

– बैंकिंग व वित्तीय ठगी

– निवेश के नाम पर ठगी

– पार्सल के नाम पर

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ऐसे करें बचाव

-इन दिनों साइबर ठग वाट्सएप पर फोन कर परिचित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की धमकी देते हैं। यदि इस तरह से कोई फोन आता है तो संबंधित से पहले बात कर लें

-पार्सल के नाम पर यदि कोई फोन करता है तो यह समझ लें कि यदि आपने कोई पार्सल नहीं मंगाया तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। यदि फोन उठा लिया और व्यक्ति धमकाता है तो नजदीकी पुलिस थाने में इसकी शिकायत करें।

-निवेश के नाम यदि कोई फोन करता है तो इसकी सत्यता अच्छी तरह से जांच लें।

-इन दिनों साइबर ठग वाट्सएप पर फोन कर परिचित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की धमकी देते हैं। इसकी जांच कर लें। 

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