गुरु गोरखनाथ समिति की बैठक में दिवंगत दुमका दम्पत्ति को दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि। 

गुरु गोरखनाथ समिति की बैठक में दिवंगत दुमका दम्पत्ति को दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि। 

हल्दूचौड़( नैनीताल )।

श्री गुरु गोरखनाथ सेवा समिति दुम्का गांव की कार्यकारिणी की आवश्यक बैठक शनिवार को आयोजित की गई, अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व ग्राम प्रधान कैलाश चन्द्र दुम्का ने की। बैठक का  उद्देश्य समिति के कोषाध्यक्ष स्वर्गीय रमेश चन्द्र दुम्का एवं उनकी धर्मपत्नी कमला देवी के आकस्मिक निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करना रहा।बैठक की शुरुआत दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत दम्पत्ति को श्रद्धांजलि दी। पदाधिकारियों और ग्राम वासियों ने भारी मन से कहा कि यह हृदयविदारक घटना पूरे दुम्का गांव और हल्दूचौड़ क्षेत्र को स्तब्ध कर देने वाली है। सभी ने ईश्वर से प्रार्थना कर दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिवार को इस अपूरणीय क्षति को सहने की शक्ति प्रदान करें।कार्यकारिणी सदस्यों ने बताया कि समिति के कोषाध्यक्ष के रूप में वे आय-व्यय का लेखा-जोखा पूर्ण पारदर्शिता और ईमानदारी से रखते थे। गांव के उत्थान और धार्मिक आयोजनों में उनकी सक्रियता को ग्रामीण कभी नहीं भूल पाएंगे।इस दुखद घटना से पूरा दुम्का गांव और दुम्का बिरादरी शोक में डूबी हुई है। बैठक में समिति के अध्यक्ष कैलाश चन्द्र दुम्का, उपाध्यक्ष महेश दुम्का, सचिव मोहन चन्द्र दुर्गापाल, संरक्षक जीवन दुम्का, वाला दत्ता दुम्का, सदस्य पूरन चन्द्र दुम्का, अंबादत्त दुम्का, उमेश चन्द्र दुम्का, भैरव दत्त दुम्का, हरीश दुम्का, ललित मोहन दुम्का, विजय दुम्का, कमल दुम्का, उमेश दुर्गा पाल, राधा वल्लभ दुम्का, तथा नवीन चन्द्र दुम्का मौजूद रहे।स्व. रमेश चन्द्र दुम्का व उनकी धर्मपत्नी कमला दुम्का अपने मृदुभाषी और सरल स्वभाव के कारण पूरे क्षेत्र में अत्यंत सम्मानित थे। उनका पैतृक गांव अल्मोड़ा मार्ग पर नैनी पुल से लगभग आठ किलोमीटर पहाड़ में स्थित है। गांव में स्थित पौराणिक गुरु गोरखनाथ मंदिर के नवनिर्माण कार्य में स्व. रमेश चन्द्र दुम्का की महत्वपूर्ण भूमिका रही। वे मंदिर निर्माण समिति के कोषाध्यक्ष भी थे और धार्मिक, सामाजिक एवं विकास कार्यों में सदैव अग्रणी रहते थे।

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