बोलेरो की छत पर भाई का शव बांध बेरीनाग ले गई बेबस बहन, वाहन में शव नहीं इंसानियत की अर्थी बंधी …. जाने क्या है पूरा मामला …….. एंबुलेंस में शव पहुंचाने के बदले मांगे 12 हजार रुपये किराए के
शर्मनाक घटना
मदन मधुकर 👉
हल्द्वानी( नैनीताल)
हल्द्वानी बेरीनाग तक भाई का शव ले जाने के लिए एक बहन के पास पैसे नहीं थे।
एंबुलेंस चालकों ने संवेदनशीलता दिखाने के बजाय शव घर तक पहुंचाने के एवज में 12 हजार रुपये किराये की मांग कर दी। बहन एंबुलेंस के लिए
हल्द्वानी में भटकती रही और आखिर में अपने गांव के
युवक के शव को बोलेरो वाहन की छत पर बांधकर बेरीनाग ले जाया गया सौ. स्वजन
बोलेरो वाहन चालक को बुलाया। शव बोलेरो की छत पर बांधा और अपने घर ले गई। इस मामले का प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य सचिव को जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने एंबुलेंस चालकों की संवेदनहीनता पर कड़ी नाराजगी जताई है।
तमोली ग्वीर बेरीनाग (पिथौरागढ़) निवासी शिवानी हल्दूचौड़ में एक कंपनी में करीब छह महीने से नौकरी कर रही है। पिता गोविंद प्रसाद बुजुर्ग कहकर कंपनी से छुट्टी ली और घर आ गया। इसके बाद उसे कई बार पूछा काल की, लेकिन अभिषेक ने काल हैं और पहाड़ पर ही खेतीबाड़ी करते हैं। उसने अपने 20 वर्षीय भाई अभिषेक को भी कंपनी में काम करने बुलाया। दो महीने पहले ही अभिषेक हल्दूचौड़ पहुंचा। शिवानी ने बताया कि बीते शुक्रवार सुबह वह और भाई दोनों कंपनी गए थे। । एक घंटा काम के बाद अभिषेक ने सिर दर्द नहीं उठाई। करीब ढाई बजे पुलिस ने शिवानी को सूचना दी कि उसका भाई रेलवे पटरी के पास बेसुध गिरा है। पुलिस की मदद से अभिषेक को सुशीला तिवारी लाया गया। यहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। अभिषेक ने जहर खाया था।
शनिवार को पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव बहन को सौंपा। शिवानी के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह शव को एंबुलेंस में घर ले जा सके। उसने हल्द्वानी में एंबुलेंस वालों से तो किसी ने 10 और किसी ने 12 हजार रुपये किराया मांगा मांगा। इस पर शिवानी ने पैसे की कमी के अस्पताल हल्द्वानी कारण अपने गांव के बोलेरे वाहन चालक से संपर्क किया। इसके बाद शव को वाहन की छत पर बांधकर बेरीनाग ले जाया गया।
व्यवस्था को कोसकर गई शिवानी…..
हल्द्वानी( नैनीताल)
शिवानी व्यवस्था को कोसकर गई। उसका कहना था कि भाई की मौत हो गई। वह अकेले कई एंबुलेंस चालकों के पास गई। हर किसी के आगे गिड़गिड़ाई। मदद मांगी। कम किराये में शव घर तक छोड़ने के लिए आग्रह किया, मगर कोई नहीं माना। पैसे नहीं हुए तो मजबूरी में आखिर उसके गांव वाले ही काम आए।
हल्द्वानी( नैनीताल)
इस घटना के संबंध में मुख्यमंत्री की ओर से दिए गए निर्देशों के क्रम में अधिकारियों से जवाब तलब किया गया है। जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी। अधिकारियों ने बताया है कि अब यह पूरा प्रयास किए जा रहे है कि राज्य में कहीं भी इस प्रकार की दुर्भाग्यपूर्ण घटना की पुनरावृति न होने पाए।
आर राजेश कुमार, सचिव स्वास्थ्य ……..